✍️डॉ० रामकुमार वर्मा द्वारा लिखित 'दीपदान' एकीकी की मुख्य स्त्री-पात्र 'पन्ना धाय' है। 'पन्ना धाय' 30 वर्षीय खींची जाति की राजपूतानी है। वह कुँवर उदयसिंह का संरक्षण करने वाली धाय है।
पन्ना धाय की चारित्रिक विशेषताएं
१. चतुर और दूरदर्शी : पन्ना धाय अत्यंत चतुर और दूरदर्शी है। वह कुँवर उदय सिंह को तुलजा भवानी की पूजा में जाने नहीं देती ।
२. अपनी जिम्मेदारी को निभानेवाली : जब महाराणा विक्रमादित्य की हत्या की खबर मिलती है तो वह उदयसिंह को पतलों में छिपा कर सुरक्षित स्थान पर कीरत के सहयोग से भेज देती है।
३. त्याग और बलिदान : उदय सिंह की रक्षा के लिए वह अपने पुत्र चंदन (13 वर्ष) को बलिवेदी पर चढ़ा देती है।
४. वीरांगना : पन्ना धाय अकेली ही बनवीर पर तलवार से प्रहार करती है।
५. एक आदर्श धाय माँ: पन्ना एक आदर्श धाय माँ है। उसने कुँवर का 'भरण-पोषण के साथ ही सुरक्षा भी किया।
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