Friday, October 29, 2021

भारत में कैसे होता है राष्ट्रपति का चुनाव




भारत में कैसे होता है राष्ट्रपति का चुनाव

 हमारे देश में राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका अनूठा है और एक तरह से इसे आप सर्वश्रेष्ठ संवैधानिक तरीका कह सकते हैं। इसमें विभिन्न देशों की चुनाव पद्धतियों की अच्छी बातों को चुन-चुन कर शामिल किया गया है। मसलन यहां राष्ट्रपति का चुनाव एक इलेक्टोरल कॉलेज करता है, लेकिन इसके सदस्यों का प्रतिनिधित्व आनुपातिक भी होता है। उनका सिंगल वोट ट्रांसफर होता है, पर उनकी दूसरी पसंद की भी गिनती होती है। इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में एक खास पेन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही 55 सांसदों को राज्य विधानसभाओं में वोट डालने की इजाजत दी गई है। इस चुनाव प्रणाली की खूबसूरती को समझने के लिए आपको इन बिंदुओं को समझना होगा:

इनडायरेक्ट इलेक्शन: प्रेजिडेंट का चुनाव एक निर्वाचक मंडल यानी इलेक्टोरल कॉलेज करता है। संविधान के आर्टिकल 54 में इसका उल्लेख है। यानी जनता अपने प्रेजिडेंट का चुनाव सीधे नहीं करती, बल्कि उसके वोट से चुने गए लोग करते हैं। यह है अप्रत्यक्ष निर्वाचन।

वोट देने का अधिकार: इस चुनाव में सभी प्रदेशों की विधानसभाओं के इलेक्टेड मेंबर और लोकसभा तथा राज्यसभा में चुनकर आए सांसद वोट डालते हैं। प्रेजिडेंट की ओर से संसद में नॉमिनेटेड मेंबर वोट नहीं डाल सकते। राज्यों की विधान परिषदों के सदस्यों को भी वोटिंग का अधिकार नहीं है, क्योंकि वे जनता द्वारा चुने गए सदस्य नहीं होते।

सिंगल ट्रांसफरेबल वोट: इस चुनाव में एक खास तरीके से वोटिंग होती है, जिसे सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम कहते हैं। यानी वोटर एक ही वोट देता है, लेकिन वह तमाम कैंडिडेट्स में से अपनी प्रायॉरिटी तय कर देता है। यानी वह बैलट पेपर पर बता देता है कि उसकी पहली पसंद कौन है और दूसरी, तीसरी कौन। यदि पहली पसंद वाले वोटों से विजेता का फैसला नहीं हो सका, तो उम्मीदवार के खाते में वोटर की दूसरी पसंद को नए सिंगल वोट की तरह ट्रांसफर किया जाता है। इसलिए इसे सिंगल ट्रांसफरेबल वोट कहा जाता है।

आनुपातिक प्रतिनिधित्व की व्यवस्था: वोट डालने वाले सांसदों और विधायकों के वोट का वेटेज अलग-अलग होता है। दो राज्यों के विधायकों के वोटों का वेटेज भी अलग होता है। यह वेटेज जिस तरह तय किया जाता है, उसे आनुपातिक प्रतिनिधित्व व्यवस्था कहते हैं।

कैसे तय होता है यह वेटेज?

एमएलए के वोट का वेटेज
विधायक के मामले में जिस राज्य का विधायक हो, उसकी आबादी देखी जाती है। इसके साथ उस प्रदेश के विधानसभा सदस्यों की संख्या को भी ध्यान में रखा जाता है। वेटेज निकालने के लिए प्रदेश की पॉपुलेशन को इलेक्टेड एमएलए की संख्या से डिवाइड किया जाता है। इस तरह जो नंबर मिलता है, उसे फिर 1000 से डिवाइड किया जाता है। अब जो आंकड़ा हाथ लगता है, वही उस राज्य के एक विधायक के वोट का वेटेज होता है। 1000 से भाग देने पर अगर शेष 500 से ज्यादा हो तो वेटेज में 1 जोड़ दिया जाता है।

एमपी के वोट का वेटेज
सांसदों के मतों के वेटेज का गणित अलग है। सबसे पहले सभी राज्यों की विधानसभाओं के इलेक्टेड मेंबर्स के वोटों का वेटेज जोड़ा जाता है। अब इस सामूहिक वेटेज को राज्यसभा और लोकसभा के इलेक्टेड मेंबर्स की कुल संख्या से डिवाइड किया जाता है। इस तरह जो नंबर मिलता है, वह एक सांसद के वोट का वेटेज होता है। अगर इस तरह भाग देने पर शेष 0.5 से ज्यादा बचता हो तो वेटेज में एक का इजाफा हो जाता है।

वोटों की गिनती
प्रेजिडेंट के चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने से ही जीत तय नहीं होती है। प्रेजिडेंट वही बनता है, जो वोटरों यानी सांसदों और विधायकों के वोटों के कुल वेटेज का आधा से ज्यादा हिस्सा हासिल करे। यानी इस चुनाव में पहले से तय होता है कि जीतने वाले को कितना वोट यानी वेटेज पाना होगा। इस समय प्रेजिडेंट इलेक्शन के लिए जो इलेक्टोरल कॉलेज है, उसके सदस्यों के वोटों का कुल वेटेज 10,98,882 है। तो जीत के लिए कैंडिडेट को हासिल करने होंगे 5,49,442 वोट। जो प्रत्याशी सबसे पहले यह कोटा हासिल करता है, वह प्रेजिडेंट चुन लिया जाता है। लेकिन सबसे पहले का मतलब क्या है?


प्रायॉरिटी का महत्व
इस सबसे पहले का मतलब समझने के लिए वोट काउंटिंग में प्रायॉरिटी पर गौर करना होगा। सांसद या विधायक वोट देते वक्त अपने मतपत्र पर बता देते हैं कि उनकी पहली पसंद वाला कैंडिडेट कौन है, दूसरी पसंद वाला कौन और तीसरी पसंद वाला कौन आदि आदि। सबसे पहले सभी मतपत्रों पर दर्ज पहली वरीयता के मत गिने जाते हैं। यदि इस पहली गिनती में ही कोई कैंडिडेट जीत के लिए जरूरी वेटेज का कोटा हासिल कर ले, तो उसकी जीत हो गई। लेकिन अगर ऐसा न हो सका, तो फिर एक और कदम उठाया जाता है।

पहले उस कैंडिडेट को रेस से बाहर किया जाता है, जिसे पहली गिनती में सबसे कम वोट मिले। लेकिन उसको मिले वोटों में से यह देखा जाता है कि उनकी दूसरी पसंद के कितने वोट किस उम्मीदवार को मिले हैं। फिर सिर्फ दूसरी पसंद के ये वोट बचे हुए उम्मीदवारों के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। यदि ये वोट मिल जाने से किसी उम्मीदवार के कुल वोट तय संख्या तक पहुंच गए तो वह उम्मीदवार विजयी माना जाएगा। अन्यथा दूसरे दौर में सबसे कम वोट पाने वाला रेस से बाहर हो जाएगा और यह प्रक्रिया फिर से दोहराई जाएगी। इस तरह वोटर का सिंगल वोट ही ट्रांसफर होता है। यानी ऐसे वोटिंग सिस्टम में कोई मैजॉरिटी ग्रुप अपने दम पर जीत का फैसला नहीं कर सकता है। छोटे-छोटे दूसरे ग्रुप्स के वोट निर्णायक साबित हो सकते हैं। यानी जरूरी नहीं कि लोकसभा और राज्यसभा में जिस पार्टी का बहुमत हो, उसी का दबदबा चले। विधायकों का वोट भी अहम है।

रेस से बाहर करने का नियम
सेकंड प्रायॉरिटी के वोट ट्रांसफर होने के बाद सबसे कम वोट वाले कैंडिडेट को बाहर करने की नौबत आने पर अगर दो कैंडिडेट्स को सबसे कम वोट मिले हों, तो बाहर उसे किया जाता है, जिसके फर्स्ट प्रायॉरिटी वाले वोट कम हों।

बना रहता है चांस
अगर अंत तक किसी प्रत्याशी को तय कोटा न मिले, तो भी इस प्रक्रिया में कैंडिडेट बारी-बारी से रेस से बाहर होते रहते हैं और आखिर में जो बचेगा, वही विजयी होगा।

Sunday, October 24, 2021

CLASS 11 MODEL ACTIVITY TASK HISTORY PART 1 IN HINDI


# निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो:


1. इलियड, ओडिसी, एक महाकाव्य के रूप में इतिहास बनाने में कैसे मदद करता है?

Ans:  जैसे हम रामायण और महाभारत से भारत के इतिहास को जानते हैं, वैसे ही हम इलियड और ओडिसी से यूरोप के इतिहास को जानते हैं। इन दो महाकाव्यों से हमें ट्रॉय की लड़ाई के बारे में जानकारी मिलता है।इन दो महाकाव्यों से प्राचीन ग्रीस के  समाज और राज्य जीवन के बारे में पता चलता है।

 

 

 

 

 

2. आपके विचार में निम्न वर्गों का इतिहास परम्परागत इतिहास से कितना भिन्न है?

 

Ans:परम्परागत इतिहास में निम्न वर्ग का इतिहास सेना के निम्न-श्रेणी के अधिकारियों से संबंधित था।यह प्राचीन समाज के राजनीतिक, सैन्य, आर्थिक और संवैधानिक मुद्दों से जुड़ा था। लेकिन अब इसका अर्थ समाज के नीचले तबके के लोगों के इतिहास  से है । जैसे - किसान, मजदूर, शहरी जनता और निम्न वर्ग की महिलाएं। 

 

3. इतिहास के युग विभाजन के संदर्भ में भारत और पश्चिम के दृष्टिकोण में अंतर दिखाएं।

 

Ans: भारत का प्राचीन युग  - भारत के इतिहास के प्राचीन काल का समय अनादि काल से 1208 ई. है, लेकिन कई लोग इसे 650 ई.पू. तक का प्राचीन काल मानते हैं।

मध्य युग - भारत के इतिहास में मध्य युग 1206 ई. से औरंगजेब की मृत्यु 1707 ई. तक है।

आधुनिक युग - भारत के इतिहास में औरंगजेब की मृत्यु 1707 ई. से वर्तमान तक आधुनिक युग का काल है।

 

पश्चिम का प्राचीन युग  - यूरोप के इतिहास में अनादि काल से 46 ईसा पूर्व तक प्राचीन काल है।

मध्य युग - यूरोप के इतिहास में मध्य युग 48 ईसा पूर्व से कॉन्स्टेंटिनोपल के पतन तक, यानी 1453 ईस्वी तक है।

आधुनिक युग - 1453 ई. में कांस्टेंटिनोपल के पतन से लेकर वर्तमान तक है।

 

4. नीचे दी गई तालिका में उपयुक्त जानकारी भरें:

सभ्यता का नाम


समयकाल 


युग 

सामाजिक 

विशेषता 

अर्थनैतिक 

विशेषता 

अवदान 

(क)

हड़प्पा 

सभ्यता 

3200  - 2750 ईस्वी पूर्व 

प्रागैतिहासिक 

युग 

मातृ प्रधान 

समाज 

कृषि कार्य 

 एवं 

पशुपालन 

उन्नत नगर 

परिकल्पना 

(ख )

मिश्रा 

सभ्यता 

स्मरणातीत से 4000 ईस्वी पूर्व तक 


प्रागैतिहासिक 

युग 


मातृ प्रधान 

समाज 

कृषि कार्य

ममी और 

पिरामिड का व्यवहार 

(ग)

सुमेरियन सभ्यता 

स्मरणातीत से 4000 ईस्वी पूर्व तक 

प्रागैतिहासिक 

युग 


पुरोहित प्रधान 

समाज 

कृषि कार्य और व्यवसाय 

चक्के के व्यवहार का प्रचलन एवं लिखने का प्रचलन। 

Pdf Link of English part 7model activity task class 10 in hindi October 2021 Wbbse #Madhyamiknewsray








 MODEL ACTIVITY TASK

PART 7  SUBJECT -ENGLISH OCTOBER 2021(WBBSE)`

1,Read the following text and answer the questions that follow :

     A small portion of the Alipore zoo director’s finger was severed after a chimpanzee bit it on Wednesday afternoon, said officials of the hospital where he was treated.

Asis Kumar Samanta was feeding Babu, the thirty-three year old chimpanzee, when he spotted something like an insect on Babu’s nose and tried to remove it. “But the chimpanzee bit his finger,” said V.K. Yadav, member-secretary of the Bengal Zoo Authority.

Samanta was taken to the SSKM Hospital. “A small part of the tip of his left index finger was severed when he came to us. There was a fair amount of bleeding. He needed one stitch and an anti-rabies vaccine. It was not a major wound and should heal soon,” a hospital official said.`

This is not the first time Babu had reacted with ferocity while being fed by Samanta. In 2018 February, when Samanta was trying to feed Babu, the chimpanzee had held him by the arms and pulled him closer. The iron bars of the cage separated the two and the director managed to push Babu away to set himself free.

 

 

 

 अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि अलीपुर चिड़ियाघर के निदेशक की उंगली का एक छोटा सा हिस्सा बुधवार दोपहर को चिंपैंजी के काटने के बाद कट गया था, जहां उनका इलाज किया गया था।

असिस कुमार सामंत तैंतीस वर्षीय चिंपैंजी बाबू को खाना खिला रहे थे, तभी उन्होंने बाबू की नाक पर कीड़े जैसा कुछ देखा और उसे हटाने की कोशिश की। "लेकिन चिंपैंजी ने उसकी उंगली काट ली," वी.के. यादव, सदस्य-सचिव, बंगाल चिड़ियाघर प्राधिकरण।`

सामंत को एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। “जब वह हमारे पास आए तो उनकी बायीं तर्जनी की नोक का एक छोटा सा हिस्सा कट गया था। काफी मात्रा में खून बह रहा था। उसे एक टांके और एक रेबीज रोधी टीके की जरूरत थी। यह एक बड़ा घाव नहीं था और जल्द ही ठीक हो जाना चाहिए, ”अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा।

यह पहली बार नहीं है जब सामंत द्वारा खिलाए जाने के दौरान बाबू ने क्रूरता से प्रतिक्रिया दी थी। 2018 फरवरी में, जब सामंत बाबू को खिलाने की कोशिश कर रहे थे, तो चिंपैंजी ने उन्हें बाहों में पकड़ लिया और उन्हें करीब खींच लिया। पिंजरे की लोहे की सलाखों ने दोनों को अलग कर दिया और निर्देशक बाबू को खुद को मुक्त करने के लिए दूर धकेलने में कामयाब रहे।

 

Activity 1

Choose the correct alternative to complete the following sentences :

i) The zoo is located at ________________.

a) Agra

b) Ahmedabad

c) Allahabad

d) Alipore

Ans: d) Alipore``

ii) The chimpanzee attacked the man on ___________________.

a) Sunday`

b) Monday

c) Tuesday

d) Wednesday

Ans: d) Wednesday`

iii) The incident took place in the __________________.

a) morning

b) evening

c) afternoon`

d) night

Ans: c) afternoon``

iv) The man was bitten on the __________________

a) finger

b) toe

c) head

d) chest

Ans: a) finger`

v) Something appeared to be sitting on the chimpanzee’s ___________________.

a) ears`

b) eyes

c) nose`

d) lips

Ans: c) nose

vi) The bars of the cage were made of __________________.

a) wood

b) iron

c) steel`

d) brass

Ans: b) iron

Activity 2

Provide appropriate information to fill in the table : 

i) Name of the Chimpanzee 

 

ii) Name of the zoo’s director 

 

iii) Name of the member-secretary of the Bengal Zoo Authority 

 

iv) Number of stitches Mr. Samanta received 

 

Ans:

i) Name of the Chimpanzee 

Babu

ii) Name of the zoo’s director 

Asis Kumar Samanta

iii) Name of the member-secretary of the Bengal Zoo Authority 

V. K. Yadav

iv) Number of stitches Mr. Samanta received 

One

Activity 3

Write a newspaper report in about 100 words on a Book Fair. 

Use the following points :

Date, place, time duration – stalls – types of books – food court – public opinion

Ans:

Konnagar Book Fair

Staff Reporter, Konnagar, 3rd October 2021: For Konnagar’s book lovers, the good times have begun. The annual Konngar book fair started  on 2nd October at Ma Shakuntala Kali Mandir Math with an inauguration by Konnagar’s honourable chairman.It will be continued till 20th October 2021.

According to the organisers, this year’s total number of book stalls are 40. Here are not only books stalls but also food corners where puchka,ghugni etc are famous.People are happy and  especially school children are enjoying the book fair. 

                                                        कोन्नगर पुस्तक मेला

स्टाफ रिपोर्टर, कोन्नगर, 3 अक्टूबर 2021: कोन्नगर के पुस्तक प्रेमियों के लिए अच्छा समय शुरू हो गया है। कोंनगर के माननीय अध्यक्ष द्वारा उद्घाटन के साथ 2 अक्टूबर को मां शकुंतला काली मंदिर मठ में वार्षिक कोंगर पुस्तक मेला शुरू हुआ। यह 20 अक्टूबर 2021 तक जारी रहेगा।

आयोजकों के अनुसार इस वर्ष पुस्तक स्टालों की कुल संख्या 40 है। यहां न केवल किताबों के स्टॉल बल्कि फूड कॉर्नर भी हैं जहां पुचका, घुगनी आदि प्रसिद्ध हैं। लोग खुश हैं और विशेष रूप से स्कूली बच्चे पुस्तक मेले का आनंद ले रहे हैं।


Saturday, October 23, 2021

History Part-7 October 20217 class 10 Model Activity Task// part 7 model activity #Madhyamiknewsray

 MODEL ACTIVITY TASK



OCTOBER,2021``

PART-7

दसवीं कक्षा

इतिहास`

1. कॉलम 'बी' को कॉलम 'ए' से सुमेलित करें:

एक स्तंभ                                                'बी' स्तंभ

१.१ कलकत्ता स्कूल बुक सोसाइटी              ए) 1764 ईस्वी

1.2 कलकत्ता विश्वविद्यालय                      बी) 1817 ई.

1.3 एसियाटिक सोसाइटी                          सी) 1917 ईस्वी:

१.४ बसु विज्ञान मंदिर                              डी) 1857 ई.:

Ans:

एक स्तंभ      

                'बी' स्तंभ

१.१ कलकत्ता स्कूल बुक सोसाइटी     

बी) 1817 ई.

1.2 कलकत्ता विश्वविद्यालय     

डी) 1857 ई.:

1.3 एसियाटिक सोसाइटी    

ए) 1764 ईस्वी

१.४ बसु विज्ञान मंदिर     

सी) 1917 ईस्वी:


2. नीचे दी गई तालिका में सही जानकारी भरें:

संस्थान

संस्थापक

स्थापना उद्देश्य (एक वाक्य में)

बंगाल तकनीकी संस्थान



बसु विज्ञान मंदिर



इंडियन एसोसियन फॉर द  कल्टीवेशन ऑफ़ साइंस 



राष्ट्रीय शिक्षा परिषद



2. नीचे दी गई तालिका में सही जानकारी भरें:

संस्थान

संस्थापक

स्थापना उद्देश्य (एक वाक्य में)

बंगाल तकनीकी संस्थान

तारक नाथ पालित 

भारत में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना।

बसु विज्ञान मंदिर

आचार्य जगदीश चंद्र बसु

वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ-साथ भारत में आधुनिक विज्ञान अभ्यास का प्रसार करना।

इंडियन एसोसियन फॉर द  कल्टीवेशन ऑफ़ साइंस 

डॉ महेंद्रलाल सरकार

भौतिकी और रसायन विज्ञान में बुनियादी अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ-साथ विज्ञानं सम्बन्धी लेखन और विज्ञान पर चर्चा करना।

राष्ट्रीय शिक्षा परिषद

सत्येंद्र नाथ टैगोर

राष्ट्रीय विचारधारा के अनुसार साहित्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में स्वदेशी शिक्षा का प्रसार करना।


3. दो या तीन वाक्यों में उत्तर दें:-

3.1 उपेंद्रकिशोर रॉय चौधरी क्यों स्मरणीय हैं?

उत्तर : उपेंद्रकिशोर रॉयचौरी एक लेखक, संगीतकार और प्रकाशक थे। उनकी लिखी पहली किताब 'छेलेदेर रामायण ' थी। उपेंद्रकिशोर रॉयचौधरी ने 1885 ईस्वी में कोलकाता शिवनारायण दास लेन  में आधुनिक छापाखाना की स्थापना की

3.2  बंगाली मुद्रण उद्योग का जनक किसे कहा जाता है और क्यों?

Ans:चार्ल्स विल्किंस को 'बंगाली प्रिंटिंग उद्योग का जनक' कहा जाता है I

 चार्ल्स विल्किंस ने भारत में पहला सर्कुलेटिंग बंगाली प्रिंटिंग अक्षर  बनाया।उन्होंने चुंचुड़ा  में एक प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना की I हॉलहेड की बंगाली व्याकरण की पुस्तक 'ए ग्रामर ऑफ द बंगाल लैंग्वेज' का प्रकाशन उन्होंने किया।इसीलिए चार्ल्स विल्किंस को बंगाली प्रिंटिंग प्रेस का जनक कहा जाता ह।

4. सात या आठ वाक्यों में उत्तर दें:

# शिक्षा और मुद्रण के बीच संबंध की विवेचना कीजिए।

Ans- अठारहवीं शताब्दी के अंत में, यूरोप में ईसाई मिशनरियों द्वारा बंगाल के विभिन्न हिस्सों में प्रिंटिंग प्रेस स्थापित किए गए थे। इन प्रिंटिंग प्रेसों ने बंगाल के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

1. पाठ्यपुस्तकें: स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकें बंगाली प्रिंटिंग प्रेस में छापी जाने लगी । इन सभी पाठ्यपुस्तकों के मुख्य विषय साहित्य, गणित, विज्ञान, इतिहास, भूगोल आदि थे। 

2. अन्य पुस्तकें: प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना और विस्तार के बाद से बंगला  में बाइबिल, रामायण, महाभारत या प्राचीन भारतीय साहित्य, विभिन्न शोध पत्र आदि के अनुवाद प्रकाशित हुए  I`

3. समाचार पत्र: प्रिंटिंग प्रेस से कई समाचार पत्र और पत्रिकाएं बंगाली और अंग्रेजी में भी प्रकाशित होती थीं।

4. नए शैक्षिक संस्थान: 1818  में कलकाता स्कूल बुक सोसाइटी की स्थापना छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकों की रचना करने और उन्हें कम कीमत पर या मुफ्त में छात्रों को देने के उद्देश्य से की गई थी। 

मूल्यांकन :- अंत में यह कहा जा सकता है कि प्रिंटिंग प्रेस के विस्तार के फलस्वरूप मुद्रित पुस्तकों के आने से उस समय की शिक्षा प्रणाली को पोषण मिला। परिणामस्वरूप, उन्नीसवीं सदी में शिक्षा, समाज और समाज के सभी क्षेत्रों में एक महान पुनर्जागरण शुरू हुआ।

 


📚हरिशंक हरिशंकर परसाई द्वारा रचितकहनी 'भोलाराम का जीव' का सारांश अपने शब्दों में लिखें।

📚हरिशंक हरिशंकर परसाई द्वारा रचितकहनी 'भोलाराम का जीव' का सारांश अपने शब्दों में लिखें।  ✍️ भोलाराम को मरे 5 दिन बीत गये। पर, यमदू...